तोते मनुष्य की बात को दोहराने में उस्ताद माने जाते हैं। वे मनुष्य द्वारा बोले गए शब्दों की बढ़िया नकल उतारते हैं। किंतु अब एक व्हेल को भी मनुष्य के शब्दों की नकल उतारने का प्रशिक्षण देने में सफलता मिली है। इस प्रयोग के परिणाम प्रोसीडिंग्स ऑफ दी रॉयल सोसायटी बी में प्रकाशित हुए हैं।
विकी नाम की एक किलर व्हेल को पहले तो यह सिखाया गया कि उसे किसी चीज़ की नकल उतारनी है। इसके लिए उसे हाथ के एक संकेत का पालन करना सिखाया गया जिसका मतलब था ‘इसकी नकल करो’। उदाहरण के लिए इस संकेत को देखकर विकी को यह करना था कि एक अन्य व्हेल की नकल करे जो पानी का एक फव्वारा फेंक रही थी। इसके बाद उनको ऐसी ध्वनियां सुनाई गईं जो उन्होंने पहले कभी नहीं सुनी थीं। इनमें पांच ध्वनियां तो अन्य व्हेल की थी जबकि 6 ध्वनियां उसके प्रशिक्षक इस्तेमाल किया करते थे।
विकी को ध्वनि सुनाई जाती और हाथ का वही संकेत दिखाया जाता। उसने उन ध्वनियों की काफी अच्छी नकल उतारी। यह सही है कि उसे सही ध्वनि को पकड़कर नकल उतारने में समय लगता था (कभी-कभी 17 बार उस ध्वनि को सुनकर वह नकल कर पाती थी किंतु नकल काफी ठीक-ठाक रही। जैसे उसने ‘हेलो’ और ‘वन, टू, थ्री’ जैसे शब्दों की नकल करके दिखाया।
गौरतलब है कि ये व्हेल प्राकृतिक रूप से सुगठित समूहों में रहती हैं और हर समूह की अपनी भाषा होती है। इसीलिए संभवत: इनके लिए परस्पर संवाद का काफी महत्व है। शायद इसीलिए उनमें नई ध्वनियां सीखने की क्षमता महत्व रखती है। (स्रोत फीचर्स)