अंधेरे का भूत

कहानी: फरीदा खल्अत्बरी 
आवाज़: दीपक वर्मा

बाबु की तस्वीर (चकमक पत्रिका से )

कहानी: सुकुमार राय 
आवाज़: लाल बहादुर

भेड़िए को दुष्ट क्यों कहते हैं?

कहानी: कॉन्ताँ ग्रेबाँ
आवाज़: अनिल सिंह

दानी पेड़ (चकमक पत्रिका से )

कहानी: शैल सिल्वरस्टीन
आवाज़: योगेश

गबरू (इंतज़ार) (चकमक पत्रिका से)

कहानी:  गिरिजा कुलश्रेष्ठ
आवाज़: पारुल बत्रा

गीत का कमाल

कहानी: लोक कथा
आवाज़: टुलटुल बिस्वास एवं मनोज निगम

हमारी गाए जनी

कहानी: अभिलाषा राजौरिया 
आवाज़: शिवानी बजाज

झींगुर गा ना पाए!

कहानी: फरीदा खल्अत्बरी 
आवाज़: टुलटुल बिस्वास

मैं तो बिल्ली हूँ!

कहानी: रिनचिन
आवाज़: अम्बर

मीनू और मगर (छींका-छींक किताब से)

कहानी: प्राशिका (लोक कथा)
आवाज़: टुलटुल बिस्वास

नटखट गधा

कहानी: आचार्य विष्णुकांत पाण्डेय
आवाज़: हिना खान

पाजी बादल (चकमक पत्रिका से )

कहानी: गुलज़ार
आवाज़:लाल बहादुर