घर के ऊपर बैठा बन्दर (चकमक पत्रिका से )
कविता: प्रेमशंकर रघुवंशी आवाज़: योगेश
बड़ा मज़ा आता (चकमक पत्रिका से )
कविता: डॉ. श्रीप्रसाद आवाज़: योगेश
दुम में दम (चकमक पत्रिका से )
कविता: भगवती प्रसाद द्विवेदी आवाज़: योगेश
जुगनू भाई (चकमक पत्रिका से )
कविता: आवाज़: शिवानी बजाज
रेलगाड़ी (चकमक पत्रिका से )
कविता: सुनील मालाकार आवाज़: योगेश
तब आयेगा खूब मज़ा (चकमक पत्रिका से )
कविता: प्रकाश मनु आवाज़: योगेश