Sandarbh - Issue 135 (July-Aug 2021)
चिचड़ी (टिक) - जोरजिओ अगम्बैन [Hindi PDF]
चिचड़ी या टिक मकड़ियों से सम्बन्धित आठ पैर वाले जीव हैं। उनका चपटा, अण्डाकार शरीर होता है जो खाने पर सूज जाता है। और वे पक्षियों से लेकर हिरणों से लेकर मनुष्यों तक, सभी प्रकार के जानवरों के खून का सेवन करते हैं। एक प्रयोगशाला में एक चिचड़ी को 18 साल के लिए बिना किसी खान-पान के ज़िन्दा रखा गया। आइए, पढ़ते हैं इस अत्यन्त ही रोचक जीव के बारे में।
पौधे-माहू-चींटी की अन्तर्क्रिया की खोजबीन - रुद्र प्रसाद बनर्जी, रेनी एम. बोर्जेस, सरोज कान्ता बारिक, प्रेम प्रकाश सिंह और मधुलिका अग्रवाल [Hindi PDF]
अधिकांश पादप परजीवियों की तरह, माहू या एफिड्स को पोषक तत्वों की प्राप्ति के लिए अपने मेज़बानों के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध बनाने की आवश्यकता होती है। एफिड्स के मुखांग सूईनुमा होते हैं। पादप-माहू अन्तर्क्रिया के अवलोकन के अन्तर्गत यह देखा गया कि वे अपने सूईनुमा मुखांग को पौधे के मुलायम हिस्सों में घुसा देते हैं और फ्लोएम रस का पान करते हैं। इसके कारण होने वाली पोषण की हानि पौधे की सेहत को प्रभावित करती है। इस लेख के माध्यम से हम पादप-माहू-चींटी अन्तर्क्रियाओं की तलाश और अवलोकनों के बारे में विस्तारपूर्वक पढ़ेंगे।
तितली ज़मीन पर - संकेत राउत [Hindi PDF]
तितली को एक प्रिय सांस्कृतिक प्रतीक, प्राचीन कलाकृतियों में माना जाता है और यह प्रेम से लेकर पुनर्जन्म तक हर चीज़ के प्रतीक के रूप में प्रतिष्ठित है। लेकिन ये नाज़ुक कीड़े शायद उतने आकर्षक न हों जितना आप सोचते हैं। तितलियाँ और पतंगे नियमित रूप से कीचड़, गोबर और यहाँ तक कि खून, आँसू या सड़ते हुए मांस के आसपास इकट्ठा होते हैं। कुछ दिलचस्प अवलोकन हैं जो इस व्यवहार को समझाने में मदद कर सकते हैं। मड-पडलिंग मुख्य रूप से तितलियों में देखी जाती है, लेकिन यह कई और कीड़ों का भी व्यवहार है। इस प्रक्रिया में मिट्टी से पोषक तत्व लिए जाते हैं। आम तौर पर गीली मिट्टी पर कीचड़-पोखर होता है। लेकिन मानव त्वचा पर पसीना भी तितलियों के लिए आकर्षक हो सकता है और अधिक असामान्य स्रोतों में रक्त और आँसू शामिल हैं। आइए, पढ़ते हैं इस रोचक घटना के बारे में विस्तारपूर्वक।
फ्यूज़ बल्ब का कमाल - कालू राम शर्मा [Hindi PDF]
कालू राम शर्मा की किताब ‘खोजबीन का आनंद' होशंगाबाद विज्ञान शिक्षण कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं का लेखा-जोखा है जिसे कहानी या किस्सागोई शैली में लिखा गया है। इसमें से एक अंश को पढ़ते हैं इस लेख में।
तथ्यों की खोज: सबसे लम्बे दिन का पता लगाना - विश्वेश गुट्टल [Hindi PDF]
स्कूलों में तकरीबन हर विषय में हमें कई तथ्यों को याद करने के लिए कहा जाता है, परन्तु शायद ही कभी उन पर सवाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। लेखक के प्राइमरी स्कूल के बच्चों के साथ एक शॉर्ट-टर्म प्रोजेक्ट के दौरान, दिनों की लम्बाई मापने को लेकर चर्चा और उसके अवलोकन के लिए प्रयुक्त तरीकों को पढ़ते हैं इस रोचक लेख के साथ।
बड़े काम के हैं भाषा के काम - पारुल बत्रा दुग्गल [Hindi PDF]
भाषा हमारे जीवन में हमारे कार्यों के संचालन में, अपनी बात को समझाने में, जीवन से जुड़ने और उसे प्रस्तुत करने में सहायक होती है। जिस तरह से विज्ञान की भाषा गणित की भाषा से अलग है, उसी तरह बच्चों व्दारा प्रयुक्त भाषा भी सामान्यत: प्रयोग की जाने वाली भाषा या किसी बात की तह तक जाने में उपयोग हो रही भाषा से अलग होती है। विभिन्न कार्यों में विभिन्न भाषाई कौशलों को समझने और उन्हें विकसित होने देने के मुख्य उद्देश्य के साथ स्कूल में बच्चों के साथ भाषा पर काम करने के लेखक के कुछ अनुभवों को पढ़ते हैं इस लेख में।
संख्याएँ: कितनी वास्तविक एवं कितनी काल्पनिक - मनोज कुमार शराफ [Hindi PDF]
गणित में प्रयोग किए जाने वाले कई शब्द ऐसे हैं जिन्हें हम समझ नहीं पाते हैं और केवल कुछ उदाहरण देकर ही बच्चों और स्वयं को सन्तुष्ट करने का प्रयास करते हैं। वास्तविक संख्याएँ जैसे परिमेय-अपरिमेय और काल्पनिक संख्याओं के अन्तर को लेकर भी अस्पष्टता है। तो समझते हैं, उदाहरणों के साथ इसके अवलोकन को इस लेख में।
जिल एडलर: दक्षिण अफ्रीका की गणित शिक्षा शोधकर्ता - के. सुब्रमण्यम [Hindi PDF]
जिल एडलर दक्षिण अफ्रीका की गणित शिक्षा शोधकर्ता हैं जिन्हें 2015 के हैंस फ्रायडेन्थल पदक से नवाज़ा गया था। यह पुरस्कार उन अग्रज शोधकर्ताओं को दिया जाता है जिन्होंने गणित शिक्षा को एक आकार दिया हो। एडलर का काम दक्षिण अफ्रीका में गणित शिक्षा में व्याप्त समस्याओं से जूझने के संकल्प से प्रेरित रहा। उन्होंने एक अश्वेत स्कूल में एक हाई स्कूल गणित शिक्षक के रूप में काम शुरू किया। इसके बाद कई साल उन वयस्क और युवा शिक्षार्थियों के लिए गणित शिक्षण सामग्री विकसित करने में लगाए जिन्हें रंगभेद शासन के कारण गणित सीखने से बाहर रखा गया था। आइए, पढ़ते हैं गणित शिक्षा में एडलर का योगदान जो कि एक शोधकर्ता के योगदान से काफी आगे जाता है।
आज नहीं पढ़ूँगा - कृष्ण कुमार [Hindi PDF]
एक बच्चे की पढ़ाई से बचने की मासूमियत से पूर्ण रोचक और भावपूर्ण कहानी।
हमें सपने क्यों आते हैं? - सवालीराम [Hindi PDF]
सुप्तावस्था में हम सभी ने कभी-न-कभी सपना अवश्य देखा होगा। कुछ लोगों को जागने के बाद याद भी रह जाते हैं। वास्तव में, सपनों का विज्ञान सपनों की दुनिया की ही भांति रहस्यमयी है। वैज्ञानिक आज भी इसके रहस्यों को पूरी तरह उद्घाटित करने के लिए निरन्तर शोध में लगे हैं। तो आइए, इस बार के सवालीराम में पढ़ते-समझते हैं सपनों के बारे में।