Sandarbh - Issue 91 (March-April 2014)
- The Story of Atomic Structure - Part 1 by Sushil Joshi[Hindi PDF, 124 kB]
परमाणु संरचना की कथा - परमाणु, किसी भी पदार्थ की इकाई के रूप में जाना जाता है। एक इतनी सूक्ष्म संरचना जिसे आँखों से सीधे देख पाना हमारे बस की बात नहीं मगर इसके बारे में वैज्ञानिकों ने इतनी अधिक और तरह-तरह की बारीक जानकारियाँ हमारे समक्ष ला दी हैं। यह कैसे सम्भव हो पाया। इस रोचक लम्बी दास्तान का हिस्सा बनिए।Read article.... - Slow Ideas - Part 1 by Atul Gawande Translated by Sushil Joshi
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धीमे विचार - दुनिया में रोज़ ही कई नवाचार होते हैं। कुछ नवाचार बहुत तेज़ी से फैलते हैं जबकि कुछ को मान्यता मिलने में समय लग जाता है। हम पाते हैं कि ऐसे कुछ नवाचार जल्द ही लोगों द्वारा अपना लिए जाते हैं और चलन में भी आ जाते हैं जबकि कुछ अन्य नवाचारों को यहाँ तक पहुँचने में काफी वक्त लग जाता है। ऐसा क्यों होता है?Read article.... - Competition Amongst Living Organisms....And Parasitism In Brids - Part 2 by Adrian Forsyth and Ken Miyata Translated by Satyendra Tripathi
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पक्षियों में परजीविता - कुछ पक्षियों में एक विशेष तरह की परजीविता पाई जाती है जिसमें वे अपने अण्डों को दूसरे पक्षियों के घोसलों में देते हैं और उनके लालन-पालन की ज़िम्मेदारी से बच जाते हैं। इससे और भी कई तरह के फायदे होते हैं। इस विषय की कई परतें खोलता रोचक लेख। यह लेख पिछले अंक मे प्रकाशित, ‘जीवन स्पर्धा, सहजीविता और... जैरी का कीड़ा’ लेख का दूसरा और अन्तिम भाग है।Read article.... - How Children Learn Language by Rama Kant Agnihotri[Hindi PDF, 179 kB]
बल, चल, हल... - भाषा सीख रहे बच्चों के वाक्य सुनकर अक्सर हम हैरानी में पड़ जाते हैं। हो सकता है वे एकवचन-बहुवचन, स्वर-व्यंजन, और संज्ञा-सर्वनाम का नाम भी न जानते हों पर अपनी बातों में इनके इस्तेमाल इतनी खूबशूरत तरीके से करते हैं कि हैरानी स्वाभाविक है। बच्चों की इस अन्तर्जात प्रतिभा का बारीकी से विश्लेषण करता यह लेख।Read article.... - Patiyogita And Pratiyogita by Sridevi [Hindi PDF, 165 kB]
पतियोगिता और प्रतियोगिता- सीखना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है फिर वो चाहे बच्चों का सीखना हो या बड़ों का। स्कूल में अक्सर ही सीखने को बतौर एक प्रक्रिया नहीं लिया जाता और न ही गलतियों को सम्मान के साथ सुधारने का प्रयास किया जाता है। पर जब भी कभी ऐसे मौके देखने को मिलते हैं, अच्छा लगता है। स्कूल का एक ऐसा ही वाकया हम आपके साथ साझा कर रहे हैं।Read article.... - What Will Happen If You Don't Wear A Space Suit In Space? Sawaliram
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सवालीराम - अक्सर आपने टीवी या तस्वीरों में देखा होगा कि अन्तरिक्ष में जाने वाले लोग एक भारी भरकम-सा स्पेस-सूट पहनकर जाते हैं जो उन्हें सिर से पैर तक ढककर रखता है। अन्तरिक्ष यात्रा का विज्ञान और स्पेस-सूट की अहमियत बताता इस बार का सवालीराम।Read article.... - Pace-Based Education by Thejaswi Shivanand [Hindi PDF, 220 kB] [English PDF, 64 kB]
स्थान आधारित शिक्षा- हम जहाँ भी रहते हैं उसके आसपास के लोगों के साथ हमारा एक रिश्ता-सा बन जाता है। वहाँ का वातावरण, पेड़-पौधे, जीव-जन्तु हमारे लिए एक प्राकृतिक पड़ोस बनाते हैं। इसके साथ हमारा सह-सम्बन्ध बहुत मूल्यवान है। अगर यही सह-सम्बन्ध पाठ्यक्रम के ज़रिए बच्चों तक पहुँच जाए तो बच्चे अपने प्राकृतिक पड़ोस से जुड़ जाएँगे। उनका यह जुड़ाव अपने रहने की जगह की समझ केनए आयाम खोलेगा। इस पर विस्तार में बात करता यह लेख।Read article.... - The Purpose Of Education by Shivani Taneja [Hindi PDF, 330 kB] [English PDF, 95 kB]
शिक्षा का उद्देश्य - शिक्षा के अनेक स्तर हैं और हर कोई शिक्षा के अपने मायने और उद्देश्य तय करता है। हाशिए में अपना जीवन जी रहे बस्ती के लोग अपने बच्चों को स्कूल तक पहुँचा रहे हैं। बड़ी उम्मीदों के साथ। पर क्या उनके लिए स्कूल वास्तव में ऐसी जगह है?Read article.... - The Mountain That Loved A Bird Book review by Kamlesh Chandra Joshi [Hindi PDF, 298 kB]
पहाड़, जिसे एक चिड़िया से प्यार हुआ - अमेरिकी लेखिका एलिस मकलेरन द्वारा लिखी और तूलिका प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किताब - पहाड़, जिसे एक चिड़िया से प्यार हुआ - की बहुत ही सुन्दर समीक्षा की है कमलेश चन्द्र जोशी ने।Read article.... - Jungalee Booti by Kishore Pawar [Hindi PDF, 397 kB]
जंगली बूटी - प्रेम एक भावनात्मक एहसास है जो आपकी मर्जी से नही होता। न वह जगह देखता और ना परिस्थितियाँ। इस पर अमृता प्रीतम की एक मर्मस्पर्शी कहानी।Read article.... - Colour Blindness by Ambrish Soni [Hindi PDF, 161 kB]
वर्णान्धता - आँखें शरीर का वह संवेदी अंग है जिसकी मदद से हम देखते हैं। पर सभी का देखना एक-सा नहीं होता। वर्णान्धता एक ऐसा दोष है जिसके हो जाने पर व्यक्ति की रंगों को देख पाने की क्षमता प्रभावित होती है। इस विषय पर केन्द्रित लेख।Read article....