जब हम अनार, स्ट्रॉबेरी या अखरोट खाते हैं तो हमारा शरीर एक रसायन बनाता है जिसका नाम युरोथिलिन-ए है। शोधकर्ताओं का मत है कि युरोथिलिन-ए मांसपेशियों को ज़्यादा काम करने में सक्षम बनाने का काम करता है। स्विट्ज़रलैण्ड के ईकोल पोलीटेक्निक के जोहान ऑवर्क्स और उनके साथी यह परखना चाहते थे कि क्या ये खाद्य पदार्थ उतने ही लाभदायक हैं, जितना कि दावा किया जाता है। उन्होंने अपने प्रयोगों के परिणाम नेचर मेडिसिन में प्रकाशित किए हैं।
जब उन्होंने युरोथिलिन-ए की खुराक एक कृमि सेनोरेब्डाइटिस एलेगेंस (Caenorhabiditis elegans) को दी तो ये कृमि औसतन 45 प्रतिशत अधिक उम्र तक जीवित रहे। और जब यही रसायन बुज़ुर्ग चूहों को पिलाया गया तो वे 42 प्रतिशत अधिक दौड़ पाए। और सबसे बड़ी बात यह देखी गई कि इन चूहों में अतिरिक्त दौड़ पाने की यह क्षमता अधिक मांसपेशियां बनने की वजह से पैदा नहीं हुई थी। इसका मतलब है कि युरोथिलिन-ए मांसपेशियों की मात्रा को नहीं बढ़ाता बल्कि उनकी गुणवत्ता को बढ़ाता है। तो आखिर कैसे?
जांच पड़ताल से पता चला कि युरोथिलिन-ए मांसपेशियों में से क्षतिग्रस्त माइटोकॉण्ड्रिया नामक उपांगों को निकाल बाहर करता है। गौरतलब है कि माइटोकॉण्ड्रिया हमारी कोशिकाओं के पॉवरहाउस होते हैं - इन्हीं में ग्लूकोज़ का ऑक्सीकरण होता है और ऊर्जा मुक्त होती है। जब क्षतिग्रस्त माइटोकॉण्ड्रिया को हटा दिया जाता है तो शेष बचे तंदुरुस्त माइटोकॉण्ड्रिया विभाजित होकर संख्या वृद्धि करते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि इन कोशिकाओं को ज़्यादा ऊर्जा मिलती है और ये ज़्यादा काम कर पाती हैं।
टीम का लक्ष्य यह देखना है कि क्या युरोथिलिन-ए का इस्तेमाल इंसानों में कमज़ोर मांसपेशियों को दुरुस्त करने में किया जा सकता है। अब तक जितने उपचार थे उनमें कोशिश यह होती थी कि ज़्यादा से ज़्यादा मांसपेशियां बने ताकि कामकाज आसानी से चल सके। युरोथिलिन ऐसा रसायन है जो मांसपेशियों को ज़्यादा कार्यक्षम बनाता है।
शोधकर्ताओं को लगता है कि जब यह कृमियों और चूहों में कारगर है तो अन्य स्तनधारियों में कारगर साबित होगा। यदि ऐसा होता है तो उम्र के साथ दुर्बल होती जा रही मांसपेशियों की मरम्मत हो सकेगी।
क्या अनार खाने से बात बन जाएगी? शोधकर्ताओं की राय में अनार खाना अच्छा होगा मगर उन्होंने अपने प्रयोगों में युरोथिलिन-ए की जितनी खुराक का उपयोग किया है, उतनी खुराक पाने के लिए आपको चार गिलास भरकर रस रोज़ाना पीना पड़ेगा। (स्रोत फीचर्स)
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Srote - September 2016
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