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Sandarbh - Issue 62 (November 2008 - February 2009)
Sandarbh - Issue 62 (November 2008 - February 2009)
- Twelve Questions From Children About The Planet Earth by D. Balasubramanian[Hindi PDF, 879 kB]
बच्चों से बारह सवाल - राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद ने वर्ष 2008 में एक बढ़िया कार्यक्रम हाथ में लिया था - अन्तर्राष्ट्रीय पृथ्वी ग्रह वर्ष। परिषद ने देश भर के 40 सामुदायिक विज्ञान समूहों से आह्वान किया था कि वे ऐसे प्रोजेक्ट्स व कार्यक्रम बनाएँ जिनमें स्कूली बच्चों को शामिल किया जाए। ऐसे में क्यों न उनसे कुछ ऐसे सवाल पूछे जाएँ जिनमें उनकी दिलचस्पी हो।Read article... - The Classification Of Bacteria by Sushil Joshi [Hindi PDF, 206 kB]
बैक्टीरिया का वर्गीकरण - प्रजाति का निर्धारण इस आधार पर किया जाता है कि उस समूह के जीव आपस में सामान्य तौर पर लैंगिक प्रजनन करके प्रजनन-क्षम सन्तानें पैदा करते हों। जो कुदरती तौर पर सन्तानोत्पत्ति के लिए लैंगिक प्रजनन का सहारा नहीं लेता इनमें सबसे बड़ा समूह बैक्टीरिया का है। इस बार हम बैक्टीरिया पर ही विचार करेंगे।Read article... - The New Year Arrived Late By One Second by T. V. Venkateswaran Translated by Sushil Joshi
[Hindi PDF, 76.8 kB]
नया साल एक सेकण्ड देरी से आया - जिस मुल्क में ‘बस दो मिनट’ लोगों का तकिया कलाम हो, वहाँ एक सेकण्ड की क्या बिसात! फिर भी यह एक खगोलीय सच्चाई है कि हमारी धरती भी अपनी धुरी पर घूमते हुए थोड़ा सुस्ता लेती है, जिसकी वजह से साल 2009 एक सेकण्ड देर से आया। इस जोड़े गए सेकण्ड को लीप सेकण्ड कहा जाता है। लीप सेकण्ड के बारे में और भी कई रोचक पहलू हैं इस लेख में।Read article... - NCERT Hindi Language Text Books Book review by Kamlesh Chandra Joshi [Hindi PDF, 200 kB]
पाठ्य पुस्तकों के नए स्वर - हमारा भाषा शिक्षण पहले से तय एक क्रम में चला आता रहा है। इन पाठ्य पुस्तकों में बच्चों के भाषा सीखने की नैसर्गिक क्षमताओं को भी नकार कर ही देखा जाता रहा है। ऐसे हताशा भरे माहौल में एन.सी.ई.आर.टी. द्वारा हाल ही में प्रकाशित पाठ्य पुस्तकें बच्चों की सीखने-सिखाने की दुनिया में ताज़ी हवा के झोंके के समान हैं।Read article... - Exploring The Possibilities Hidden In Questions In NCERT Language Text Books A review by Chandan Yadav [Hindi PDF, 119 kB]
सवालों में छिपी सम्भावनाएँ - इस लेख में हम सिर्फ इस बात की पड़ताल करेंगे कि पुस्तक में शामिल रचनाओं के अन्त में पूछे गए सवाल किताब के उद्देश्य को पाने में कितने सहायक हो सकते हैं। अव्वल तो यह इसी पर निभर करेगा कि बच्चों को खुद सोचने, अपने आस-पास का अवलोकन और विश्लेषण करने, ज्ञान की रचना खुद करने और अपना भाषा कौशल बढ़ाने के कितने अवसर कक्षा में दिए जाते हैं।Read article... - How Should Physics Be Taught To Facilitate Its Understanding? by Vijaya S. Verma Translated by Sushil Joshi [Hindi PDF, 402 kB]
समझ में मदद के लिए भौतिक शास्त्र कैसे पढ़ाएँ - “शुरु में जब मुझसे बोलने को कहा गया था तो, विषय सुझाया गया था - समझ में मदद के लिए भौतिक शास्त्र कैसे पढ़ाएँ। मुझे लगा कि मैं जितना बताने में सक्षम हूँ उससे कहीं अधिक बताऊँगा।” दिल्ली विश्वविद्यालय में भौतिक शास्त्र के अध्यापक रहे विजय वर्मा ने यह व्याख्यान विद्या भवन सोसायटी द्वारा ज्ञान का निर्माण विषय पर आयोजित एक अन्तर्राष्ट्रीय सेमीनार में दिया था।Read article... - The Measurement Of Small Lenghts In Physics by Vikram Chourey [Hindi PDF, 571 kB]
भौतिकी में छोटी लम्बाई का मापन - छोटी लम्बाई सटीकता से मापने वाला एक सरल यंत्र है वर्नियर कैलिपर्स। इसमें दो तरह के स्केल होते हैं। बड़ा मुख्य स्केल तथा कुछ पास-पास खिंची लाइन वाला छोटा स्केल वर्नियर स्केल। किसी वस्तु की मोटाई मापने के लिए वस्तु को वर्नियर के दोनों दाँतों के बीच रखकर मुख्य स्केल की रीडिंग पढ़ते हैं। अपने कुछ अवलोकनों से लेखक ने जो पता लगाया यह लेख उसी पर आधारित है।Read article... - My Mathematics Classes And Saurabh by Mohammad Umar [Hindi PDF, 272 kB]
मेरी गणित की कक्षाएँ और सौरभ - एकलव्य के होशंगाबाद कार्यालय में बच्चों के लिए एक पुस्तकालय है। यहाँ आस-पास के काफी बच्चे किताबें पढ़ने आते हैं। लड़कों की जमात में एक असामान्य-सा दिखने वाला लड़का है सौरभ जिसे उसके साथी और मैडम मन्द बुद्धि समझते हैं। रोटी को बराबर बाँटने के सवाल पर सौरभ की समझ ने मेरा नज़रिया ही बदल दिया।Read article... - Young And Old People by Ivan Cankar Translated by Prabhakar Machve [Hindi PDF, 152 kB]
बच्चे और बूढ़े - “दुश्मन कैसा होता है?... उसके सींग होते हैं?” तौन्चेक ने गम्भीर होकर गुस्से में जोड़ दिया, “ज़रूर, ज़रूर उसके सींग होते ही हैं... अगर सींग न होते तो वह शत्रु कैसे होता?” मतीजा को पता भी नहीं चला कि इस बात पर क्या कहे, “मुझे लगता है सींग नहीं होते।” स्लोवानियाई समाज की समस्याओं से रूबरू कराती मार्मिक कहानी।Read article... - Comments On The Story ‘The Weapon’ by Sushil Shukl [Hindi PDF, 80.8 kB]
हथियार - कहानी पर एक टिप्पणी - पिछले अंक में प्रकाशित कहानी ‘हथियार’ एक सपाट कहानी नहीं है। यह अपने भीतर कई परतें लिए हुए है। कहानी को अपने नज़रिए से देखने की कोशिश की है लेखक ने।Read article... - The Pen That Was A Gift by Madhav Kelkar [Hindi PDF, 123 kB]
तोहफे वाला पेन - हम जीवन में कई दफे गलतियाँ करते हैं और कभी-कभी हमें गलतियाँ सुधारने के मौके भी मिलते हैं और उसे सुधार भी लेते हैं। अगर ऐसा ही एक मामला आपके बच्चे से जुड़ा हो और वो भी आपकी बेहद पसन्दीदा वस्तु को लेकर तो आप इस कसमकस से कैसे निकलेंगे।Read article...