अल्ज़ाइमर रोग के लिए बनाई गई प्रयोगात्मक दवा सिम्यूफिलम ने अंतिम चरण के क्लीनिकल परीक्षण में कोई सकारात्मक असर नहीं दिखाए। प्लेसिबो लेने वाले रोगियों से तुलना में एक साल तक सिम्यूफिलम लेने वाले रोगियों में न तो संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार दिखा, और न ही रोज़मर्रा के कार्यों में कोई बेहतरी दिखी। दवा बनाने वाली कंपनी कसावा साइंस पर शोध में धोखाधड़ी और वित्तीय कदाचार के आरोप तक लगे हैं। परीक्षण में असफलता के बाद इस दवा के विकास को रोक दिया गया है। (स्रोत फीचर्स)