Sandarbh - Issue 124 (Sep-Oct 2019)
Table of Contents
- How Have We Come to Know All of This – Part 3 by Charudatta Navare. Translated by Kokil Choudhary [Hindi, PDF, 248 kB]
हमें यह सब कैसे पता चला?: भाग-3 - चारुदत्त नवरे - यह एक गैरकाल्पनिक हास्य पुस्तक है। यह मानव शरीर में रहने वाले समस्त सूक्ष्मजीवों की आपस में बातचीत की एक रोचक कहानी है। इस लेख के माध्यम से समझते हैं अपने अन्दर की माइक्रोबियल दुनिया को और शोधकर्ताओं की सूक्ष्मजीवों और मनुष्यों की इस आपसी गुफ्तगू को सुलझाने की पहल को। पढ़िए इस शृंखला के तीसरेे भाग को।Read article... - When I Observed After Doing, I Understood – Part 2 by Subhash Chandra Ganguly. Translated by Sushil Joshi [Hindi, PDF, 267 kB]
करके देखा, समझ गया: भाग-2 - सुभाष चन्द्र गांगुली - यह आलेख होशंगाबाद विज्ञान शिक्षण कार्यक्रम के तहत आयोजित एक प्रशिक्षण शिविर की संस्मरणात्मक रिपोर्टिंग के रूप में है। होशंगाबाद विज्ञान शिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित इस शिविर में मध्यप्रदेश के कुछ ज़िलों के मिडिल स्कूल के विज्ञान शिक्षक सहभागी थे। यह लेख विज्ञान शिक्षा की विधि को अत्यन्त जीवन्त रूप में प्रस्तुत करता है। पढ़ते हैं इस लेख के दूसरे भाग को।Read article... - Respiration in Seeds – One More Experiment by Kishore Powar and Priya Trivedi [Hindi, PDF, 218 kB]
बीजों में श्वसन, एक और प्रयोग - किशोर पंवार व प्रिया त्रिवेदी - बीजों में श्वसन क्रिया एक बहुत ही रोचक एवं महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। पूर्व में अम्ल-क्षार के सूचक फिनॉफ्थलीन को लेकर सूखे बीजों में श्वसन को दिखाया गया था, अब एक अन्य सूचक मिथिलीन ब्लू का उपयोग कर बीजों में श्वसन क्रिया का प्रदर्शन कराने का नया प्रयास किया गया है। मिथिलीन ब्लू ऑक्सीकरण-अवकरण क्रियाओं में सूचक के तौर पर उपयोग किया जाता है। इस लेख के माध्यम से इस प्रयोग की व्यवस्था व सिद्धान्त के साथ-साथ विस्तारपूर्वक पढ़ते व समझते हैं श्वसन की क्रियाविधी एवं इसकी जैव रासायनिक प्रक्रिया को।Read article... - Early Reading and Pitara by Shubhra Mishra [Hindi, PDF, 247 kB]
शुरुआती पढ़ना और पिटारा का पिटारा - शुभ्रा मिश्रा - वे क्या तरीके हो सकते हैं जिससे बच्चा आसानी-से पढ़ना सीखे और जिससे यह प्रक्रिया रोचक बने। मज़ेदार बाल साहित्य और पाठ्य साम्रगी का विस्तृत प्रयोग करके कैसे शुरुआती पढ़ने की प्रक्रिया को सम्पोषित किया जा सकता है, पढ़ें इन सभी चर्चाओं को इस लेख में।Read article... - Abhimanyu by Neha Rupda [Hindi, PDF, 177 kB]
अभिमन्यु - नेहा रूपड़ा - एक ऐसे शिक्षक जो दृष्टिहीन हैं पर हर परिस्तिथी से उभरकर अपने अनुभवों के बल पर उन शिक्षकों से ज़्यादा देख पाते हैं जिनके पास आँखें हैं। वे बच्चों के मन और भावनाएँ पूर्ण रूप से समझ पाते हैं और उसे शिक्षण प्रक्रिया में अपनाते हैं। इस लेख में पढ़ते हैं उनके सफरनामे को जो उनसे साक्षात्कार के दौरान सामने आया।Read article... - Two Months of Reading Campaign by Shehnaz Sheikh [Hindi, PDF, 208 kB]
रीडिंग अभियान के दो महीने, कुछ अनुभव - शहनाज़ शेख - यह पढ़ने का अभियान राजस्थान सरकार द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में दो महीने के लिए प्लान किया गया था। पर हर अभियान की कुछ सीमाएँ होती हैं और कुछ फायदे। इस लेख में इन दोनों पक्षों को टटोलते हुए जानते हैं इस अभियान के बारे में।Read article... - Indian Languages and Constitution – Part 3 by Ramakant Agnihotri. [Hindi, PDF, 170 kB]
भारतीय भाषाएँ व संविधान: भाग-3 - रमाकान्त अग्निहोत्री - भारतीय संविधान दुनिया के सबसे लम्बे दस्तावेज़ों में से एक है और भारत में सबसे महत्वपूर्ण है। हिन्दी भारत की राजभाषा है, राष्ट्रभाषा नहीं। संविधान के भाषा से सम्बन्धित 17वें भाग में चार ही अध्याय हैं और दो पर हम चर्चा कर चुकें हैं। आइए इस ाृंखला के तीसरेे भाग को पढ़ें जिसमें तीसरे और चौथे अध्याय का विस्तारपूर्वक उल्लेख है।Read article... - Theft, Obscenity and Pelt – There Place in Children Literature by C.N. Subramanyam [Hindi, PDF, 248 kB]
चोरी, गाली और मारकाट: बाल साहित्य में इनका स्थान - सी.एन. सुब्रह्मण्यम - यह आलेख मुस्कान संस्था द्वारा आयोजित सेमिनार, किताबों में विविधता की ज़रूरत है, में दिए गए वक्तव्य पर आधारित है। समाज में आदर्श भाषा, संस्कृति के विभिन्न तत्वों के प्रति संवेदनशीलता या बाल साहित्य के लिए उपयुक्त-अनुपयुक्त समझे जाने वाले मुद्दों आदि - इन सभी पर कई मतभेद हो सकते हैं। यह हमारे द्वारा सायास ही गढ़े गए हैं और इन्हें बदला भी जा सकता है। क्या बाल साहित्य में चोरी, मारकाट और भाषा में गाली-गलौच का प्रयोग जैसे मुद्दों को उठाकर हम कुछ नैतिक एवं मनोवैज्ञानिक द्वन्द्व पैदा कर सकते हैं, और क्या इन सब बातों से आज के बाल साहित्य की रचना के बारे में कुछ सुराग मिलते हैं? इस बेबाक चर्चा को पढ़ते हैं इस लेख में।Read article... - Meteor/Ulkapind by John Wyndham. Translated by Bharat Tripathi [Hindi, PDF, 436 kB][English PDF]
उल्कापिण्ड - जॉन विंडहम - यह कहानी मानव जाति की विनाशकारी प्रकृति और पृथ्वी पर अपना नया आशियाना ढूँढ़ने के लिए एक अन्य ग्रह से आए जीवों के संघर्ष की झलक देती है। ये नए जीव यहाँ आने के बाद इतने भयभीत हो जाते हैं कि मनुष्य और अन्य जीव उन्हें विशालकाय दानव लगते हैं। वे मानव जाति को बेहतर बनाते हुए उनके साथ ही रहना चाहते हैं लेकिन क्या ऐसा हो पाता है, आईए पढ़ें इस कहानी में।Read article... - Is Heat Only Measured by Conduction Thermometer? From Sawaliram by Rudrashis Chakravorty. Translated by Sushil Joshi. [Hindi, PDF, 111 kB]
क्या ताप का मापन सिर्फ कंडक्शन वाले थर्मामीटर से ही होता है? - सवालीराम - तापमान नापने के लिए हम किसी उपकरण की मदद लेते हैं। आम तौर पर तापमान नापने के लिए जिस उपकरण यानी तापमापी का उपयोग करते हैं, उसे उस वस्तु के तापमान पर लाना होता है जिसका तापमान नापा जा रहा है। सवाल यह है कि क्या तापमापी उपकरण को वस्तु के बराबर तापमान पर लाने के लिए हम किसी अन्य विधि की मदद ले सकते हैं। इस सवाल का जवाब जानते हैं सवालीराम के माध्यम से।Read article...