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Sandarbh - Issue 126 (Jan-Feb 2020)
Sandarbh - Issue 126 (Jan-Feb 2020)
Table of Contents
- Where the Dawn Was Frozen - Part 5 by Charudatta Navare. Translated by Kokil Choudhary. [Hindi, PDF, 173 kB]
थम गया वो जहाँ : भाग-5 - चारुदत्त नवरे - यह एक गैरकाल्पनिक हास्य पुस्तक है। यह मानव शरीर में रहने वाले समस्त सूक्ष्मजीवों की आपस में बातचीत की एक रोचक कहानी है। इस लेख के माध्यम से समझते हैं अपने अन्दर की माइक्रोबियल दुनिया को और शोधकर्ताओं की सूक्ष्मजीवों और मनुष्यों की इस आपसी गुफ्तगू को सुलझाने की पहल को। पढ़िए इस श्रृंखला के पाँचवें भाग को हदज़ा समुदाय के लोगों के अनोखे वर्णन के साथ।Read article... - History of the Development of the Periodic Table by Sushil Joshi. [Hindi, PDF, 280 kB]
आवर्त तालिका के विकास का इतिहास - सुशील जोशी - आवर्त तालिका यानी पीरियॉडिक टेबल के इस वर्ष 150 साल पूरे हो चुके हैं और इसलिए अन्तर्राष्ट्रीय तालिका वर्ष मनाया गया है। इसका सम्बन्ध तत्वों से होता है और इसके निर्माण के पहले और बाद में बहुत कुछ घटित हुआ है। तो इसके इतिहास और महत्व को विस्तारपूर्वक पढ़ते हैं इस लेख में।Read article... - Ground of Knowledge and Ground Knowledge – Part 2 by Harjinder Singh ‘Laltu’. [Hindi, PDF, 400 kB]
ज्ञान की ज़मीन और ज़मीनी ज्ञान: भाग-2 - हरजिन्दर सिंह ‘लाल्टू’ - ज्ञान की ज़मीन यानी हमें ज्ञान कहाँ से और कैसे मिलता है। जितना भी हमें पता है और जिसे हम सच मानते हैं, वह किस हद तक ठोस सच्चाई है? ज्ञान के प्राथमिक स्रोत क्या-क्या हैं? क्या तर्क हमें निश्चित ज्ञान की ओर ले जाते हैं? गहराई-से सोचने पर शंकाएँ ज़रूर पैदा होती हैं। हमारी दलीलों का सही या गलत होना इस बात पर निर्भर नहीं करता कि ठोस तथ्य, मानी गई बातें सचमुच तथ्य हैं भी या नहीं। पहले भाग में ज्ञान के बारे में कई तरह की सामान्य-असामान्य बातें पढ़ीं। आइए, भाग दो में विज्ञान को समझने की कोशिश करें। ज्ञान या सत्य-ज्ञान के बारे में कुछ बुनियादी बातों को पढ़ें और विचार करें इस लेख के साथ। इस चर्चा को विस्तारपूर्वक पढ़ें कि असल में मानव विज्ञान और मानविकी का महत्व क्या है और आखिर क्या विज्ञान है और क्या नहीं है। वैज्ञानिक पद्धतियों की खासियत, जैसे कई और मुद्दों को समझते हैं लेख के अन्तिम भाग में।Read article... - Importance of Display in a Library by Neetu Yadav. [Hindi, PDF, 270 kB]
पुस्तकालय में डिस्प्ले का महत्व - नीतू यादव - गौरा गाँव में संचालित पुस्तकालय में किताबों के डिस्प्ले के माध्यम से छोटे-बड़े, सभी बच्चों को जोड़ने के लिए किए गए प्रयास, डिस्प्ले की भूमिका और अलग-अलग तरह के डिस्प्ले का विवरण पढ़ते हैं इस लेख में।Read article... - Do Heavy Objects Fall Faster Than Lighter Objects? by Saurav Shome [Hindi, PDF, 113 kB]
क्या भारी वस्तुएँ हल्की... - सौरव शोम - आम तौर पर यह देखा गया है कि भारी वस्तुएँ हल्की वस्तुओं की तुलना में तेज़ी-से गिरती हैं। लम्बे समय तक यह माना गया है कि गिरने वाली वस्तु की गति उसके द्रव्यमान पर निर्भर करती है। सवाल यह है कि क्या पृथ्वी पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है या क्या वायुशून्य स्थान पर ही ऐसा देखा जा सकता है। इस लेख द्वारा इस सवाल पर परीक्षण आधारित चर्चा को समझते हैं।Read article... - Which Competencies to Achieve for the 21st Century? by Yuval Noah Harari. Translated by Madan Soni. [Hindi, PDF, 215 kB]
किन दक्षताओं को हासिल करें... - युवाल नोआ हरारी - मानव जाति अभूतपूर्व क्रान्तियों का सामना करती आई है और कर रही है। इस तरह के अभूतपूर्व रूपान्तरणों और मूलगामी अनिश्चितताओं से भरी दुनिया के प्रति हम स्वयं को और अपने बच्चों को किस तरह तैयार कर सकते हैं? हमें बच्चे को ऐसा क्या पढ़ाना चाहिए जो 2050 या बाइसवीं सदी की दुनिया में उनके जीवित बने रहने और फलने-फूलने में मदद कर सके? उनको अपने आसपास की घटनाक्रमों को समझने के लिए और किस तरह की दक्षताओं की ज़रूरत है, इसका आकलन करना कैसे सिखाया जा सके? वर्तमान में, बहुत सारे स्कूल सूचना को ठूँसने पर ध्यान देते हैं, तब हमें क्या पढ़ाना चाहिए? अनेक अध्यापन-विशेषज्ञों के अनुसार, स्कूलों को अब चार मुख्य तथ्यों को पढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। आइए समझें, क्या हैं ये चार महत्वपूर्ण बातें इस गहराई लिए जानकारीपूर्ण लेख के माध्यम से।Read article... - Dear Life – Part 2 by Alice Munro. Translated by Geet Chaturvedi.[Hindi, PDF, 417 kB]
डियर लाइफ: भाग-2 - एलिस मुनरो - इस रोचक कहानी का शीर्षक ही इस तथ्य से आता है कि कैसे एक माँ अपनी बेटी को एक अजीब और धमकी देने वाली महिला से जो परिवार के घर में ही पहले रहती थी, छुपाने की कोशिश करती है जब वह एक शिशु थी। माँ की खराब तबियत के कारण शारीरिक गिरावट, पिता के खेत की विफलता, माँ के अन्तिम संस्कार के लिए घर लौटने में कथाकार की विफलता इत्यादि, यह और ऐसी कई अन्य बातें कठिन पारिवारिक जीवन को दर्शाती हैं। क्या यह कहानी इस विचार को भी समर्थन देती है कि अतीत में हुई त्रुटियों, क्रूरताओं आदि को सुधारते हुए कैसे अपने अतीत की समझ, कल्पना और सहानुभूति को बढ़ाएँ? पढ़ते हैं इस कहानी के अन्तिम भाग को।Read article... - Index – From Issue 121 – 126 Read article...[Hindi, PDF, 62 kB]
- Girls Don’t Have a Mustache but Boys Do, Why? From Sawaliram by Rudrashis Chakravorty. Translated by Sushil Joshi.[Hindi, PDF, 98 kB]
लड़कियों की मूँछ नहीं होती है परन्तु लड़कों की होती है...? - सवालीराम - अक्सर पूछा जाने वाला एक सवाल जो कि किशोरावस्था की दहलीज़ पर पहुँचे हरबच्चे के मन में उभरने लगता है कि लड़के और लड़कियों पर बालों का विकास भिन्न क्यों है। इस बार के सवालीराम के माध्यम से समझते हैं कि आखिर मूँछ सिर्फ लड़कों की ही क्यों होती है और लड़कियों की क्यों नहीं।Read article...