Photo Gallery - Hoshangabad Science Teaching Program
The HSTP story began in early 1972, when a group of scientists, engineers, educationists and social activists formulated a vision of developing a model of school science teaching close to the ideal envisaged in various policy directives. The Department of Education, Government of Madhya Pradesh, permitted two non-governmental organisations, Friends Rural Centre (FRC), Rasulia, and Kishore Bharati (KB) to take up a pilot project in May 1972 in 16 middle schools spread over two blocks of Hoshangabad district.
कक्षा सात के बच्चे व शिक्षक खिलौना हैण्ड पम्प के साथ प्रयोग करते हुए
सूक्ष्मदर्शी को परखती समझती छात्रा
ख़राब बल्ब से बनाये हुए जुगाडू सूक्ष्मदर्शी से पत्तियों का अवलोकन करती बालिका.
तो है न कबाड़ से जुगाड़ !!
होशंगाबाद विज्ञान शिक्षण कार्यक्रम के तहत आयोजित शिक्षक प्रशिक्षण में शरीर के आंतरिक अंग को समझने के लिए चूहे की चीर-फाड़ करते शिक्षकों का दल
''जीव जगत में जैव विविधता'' अध्याय पर समझ बनाते हुए छात्राओं का दल जो अंगूठे की छाप की पहचान कर पता लगा रहा है की क्या हर एक अंगूठे की छाप अलग - अलग होती है
हवा की शक्ति को समझने के लिए खिलौना हैण्ड पम्प से प्रयोग करते छात्र एवं शिक्षक
हो. वि. शि. का. प्रशिक्षण के दौरान सरकारी स्कुल में शिक्षकों हेतु एकलव्य द्वारा निर्मित विज्ञान लैब
फूल और पत्ती अध्याय पर अवलोकन करते छात्रों का दल
हो.वि. शि.का.के तहत पत्तियों का समूहीकरण करता छात्रों का दल
श्वसन क्रिया को समझते हुए
सांस लेने की प्रकिया को समझते बच्चे
हो.वि.शि.कार्यक्रम के तहत स्कूल में लगने वाली कक्षा का दृश्य
चुम्बक और लोहे के कणों से खेलते बच्चे
चुम्बक से दिशा का पता लगते छात्रों का समूह
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