Sandarbh - Issue 121 (March-April 2019)
Table of Contents
- Why Do We Have Blood Types? by Carl Zimmer Translated by Sushil Joshi.
[Hindi, PDF, 183 kB][English PDF]
क्यों होते हैं खून के प्रकार? - कार्ल ज़िमर - यह एक बहुत ही रोचक और स्वाभाविक सवाल है कि आखिर अलग-अलग रक्त समूह कहाँ से उत्पन्न हुए और वे करते क्या हैं। इनके जवाब ढूँढ़ने के लिए जैव-विकासविदों ने बहुत माथापच्ची की है। सबसे पहले रक्त समूहों की खोज ऑस्ट्रियन चिकित्सक कार्ल लैंडस्टाइनर ने की थी जिसने आगे की शोध के लिए रास्ते खोल दिए। क्या रक्त समूहों का प्रभाव स्वास्थ्य पर होता है और जीव के आहार का इससे कुछ भी लेना-देना है क्या, खास तरह के रक्त समूहों की खोज आखिर कैसे हुई, आइए विस्तार से इन सबके बारे में पढ़ते हैं।Read article... - From Heavens to Earth: A Biography of Cumulus Clouds by Deepak Govind Madival Translated by Sushil Joshi. [Hindi, PDF, 130 kB][English PDF]
आकाश से धरती तक, क्यूमलस बादलों की जीवनी - दीपक गोविंद मादीवाल - आखिर बादल आते कहाँ से हैं? वे बढ़ते कैसे हैं? वे नष्ट क्यों हो जाते हैं? इस लेख में क्यूमलस बादलों की जीवनी का सम्पूर्ण वर्णन किया गया है। बादलों के जन्म, विकास और मृत्यु की घटनाओं की चर्चा उन सूक्ष्म-भौतिक प्रक्रियाओं के सन्दर्भ में की गई हैं जो उनके पीछे काम करती हैं। बादलों को लेकर ऐसी कई गुत्थियाँ हैं जिन्हें या तो नहीं समझा जा सका है या कमज़ोर ढंग से ही समझा जा सका है। अलबत्ता, इस बात का मोटा-मोटा खाका उभर चुका है कि बादल कैसे बनते हैं, कैसे बढ़ते हैं और बरसते हैं। यह लेख इन्हीं सब बातों का उल्लेख करता है। क्यूमलस वास्तव में बादलों के एक परिवार का नाम है और इसे आगे उप-समूहों में बाँटा गया है किन्तु इस लेख को बादलों की आन्तरिक कार्य प्रणाली पर केन्द्रित रखा गया है।Read article... - Understanding Newton’s Law, Its Uses and Limitations by Vivek Mehta. [Hindi, PDF, 67 kB]
कम-से-कम या ज़्यादा-से-ज़्यादा - विवेक मेहता - इस लेख के द्वारा न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के नियम को एक ऊपर उछाली हुई गेंद की गति के सन्दर्भ में समझने की कोशिश की गई है। आइए कुछ अन्य उदाहरणों द्वारा हम उक्त नियम का इस्तेमाल करते हुए उसकी उपयोगिता व सीमाओं की जाँच करें।Read article... - Natural Coastguard: Mangrove Forests by Deepak Kohli. [Hindi, PDF, 247 kB]
प्राकृतिक तटरक्षक - मैंग्रोव वन - दीपक कोहली - मैंग्रोव सामान्यत: ऐसे पेड़-पौधे होते हैं जो तटीय क्षेत्रों में खारे पानी में पाए जाते हैं। इन वनों का 82 प्रतिशत देश के पश्चिमी भागों में पाया जाता है। इस लेख के माधयम से मैंग्रोव वनों की प्रजातियाँ, प्रकार और उनके औषधीय उपयोगों के बारे में पढ़ते हैं।Read article... - Classroom Stories and Linguistic Talent by Manohar Chamoli. [Hindi, PDF, 156 kB]
कक्षा में कहानी और भाषाई कौशल - मनोहर चमोली ‘मनु’ - चित्राधारित कहानियोंं में नायाब खासियतें होती हैं। क्या पाठ्यपुस्तकें कहानी-कक्षाओं में भाषाई कौशलों का विकास कर सकती हैं या नहीं, यहाँ एक कहानी के साथ कक्षा-कक्ष में जो अनुभव हासिल हुए, उसका सर्म्पूण विवरण दिया जा रहा है। इस लेख के माध्यम से हम पढ़ते हैं कि कैसे चित्राधारित कहानियाँ पाठक वर्ग के साथ बेहतर संवाद करती हैं।Read article... - The Government of My School by Vijay Prakash Jain. [Hindi, PDF, 265 kB]
मेरे स्कूल की सरकार - विजय प्रकाश जैन - बच्चों में किसी समूह या संस्था को नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता का विकास करना तथा व्यापक नियमों को बनाकर उन्हें लागू कर सकने के दायित्व को समझाना एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। इस लेख में लेखक ने एक शिक्षक के सन्दर्भ से स्कूल में सरकार गठन की प्रक्रिया को बच्चों को समझाया और चुनाव करवाए। आइए, इस रोचक लेख को विस्तार से पढ़ते हैं।Read article... - Reading ‘Head Curry’ and Thinking Diversity by Ajaa Translated by Bharat Tripathi.
[Hindi, PDF, 353 kB][English PDF]
‘सिर का सालन’ को पढ़ते हुए विविधता का खयाल - अजा - हैदराबाद के अनवेषी रिसर्च सेंटर फॉर विमेन ने पराग, टाटा ट्रस्ट के सहयोग से डिफ्रेंट टेल्स नाम की शृंखला निकाली जिसमें मोहम्मद खदीर बाबू द्वारा लिखी हुई किताब हेड करी का भी आलेख है। इस किताब को बाद में एकलव्य द्वारा सिर का सालन नाम से हिन्दी में प्रकाशित किया। उपरोक्त लेख के माध्यम से आइए हम लाईब्रेरी एजुकेटर्स कोर्स के दौरान इस कहानी को पढ़ने पर मिले अनुभवों को विस्तारपूर्वक पढ़ते हैं।Read article... - Ladkiyan by Mrinal Pandey. [Hindi, PDF, 145 kB]
लड़कियाँ - मृणाल पाण्डे - एक दिलचस्प कहानी जो हमारे समाज की एक महत्वण्पूर्ण रूढ़िवादी विचारधारा को दर्शाता है। लड़के-लड़कियों में भेद-भाव को उजागर करती हुई एक गहन और भावुक कथा।Read article... - Vehicles Driven from Petrol-Diesel, Why Not from Water? From Sawaliram by Zubair Siddiqui.
[Hindi, PDF, 220 kB]
पेट्रोल-डीज़ल से गाड़ी चलती है, पानी से क्यों नहीं? - सवालीराम - एक महत्वपूर्ण और दिलचस्प सवाल कि वास्तव में गाड़ी आखिर पेट्रोल और डीज़ल से ही क्यों चलती है। आइए इस जवाब के माध्यम से पढ़ते हैं कि गाड़ी को क्या पानी जैसे तत्व से भी चलाया जा सकता है और इस दिशा में क्या-क्या प्रयास किए जा चुके हैं।Read article...