Cover- Illustration by children from Shaheed School
खत- मादो मिचियो- Illustration by Ishita Debnath Biswas
सफेद बकरे ने काले बकरे को एक खत भेजा....
काले बकरे ने सफेद बकरे को एक खत भेजा...
उस खत में आखिर क्या था?
26 जनवरी यानी जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। 24 नवम्बर 1949 को डॉ. अंबेडकर ने नए संविधान के प्रारूप को संविधान सभा के सामने पेश करते हुए कहे थे कि समाज में वास्तविक समानता और भाईचारा न स्थापित होने पर यह संविधान विफल हो सकता है। इस महत्वपूर्ण भाषण के कुछ अंश..
जातक कथा- मिठाई खाओ मगर बाँटकर- कुमकुम रॉय
जातक कथा की इस श्रृंखला में पांचवीं कहानी है। यह कहानी एक कंजूस सेठ और मोग्ग्लायन नामक थेर के बारे में है।
उधारी
शहीद स्कूल रायपुर के बच्चों द्वारा उधारी पर तैयार की गई रोचक सामग्री – लेख, चित्र, साक्षात्कार...
माईक्रो फाईनांस और महिलाओं के समूह- सी एन सुब्रह्मण्यम्
माइक्रो फाईनांस की ज़रूरत और उसके बारे में जानकारी देते हुए एक छोटा सा आलेख।
नाचघर की बारहवीं किस्त-ऊपर चले रेल का पहिया नीचे बहती गंगा मैया- प्रियम्वद Illustration by Prashant Soni
पिकनिक की सुबह सभी बच्चे रंग-बिरंगे कपड़ों में थे। सभी बच्चों में लाजवन्ती और मोहसिन भी थे। बस जैसे ही आई, सभी बच्चे बस में बैठने लगे। मोहसिन ने खिड़की के पास वाली दो लोगों की सीट रोककर रख ली। पर ये क्या? लाजवन्ती पीछे मोहसिन के पास आने के बजाय आगे ही अपने दोस्तों के पास बैठ गई। मोहसिन उदास हो गया था। उसने ठान ली कि अब वह लाजवन्ती से बात नहीं करेगा।
दावत- रोशनी आर्या
दिल्ली के अंकुर संस्था की रोशनी आर्या के द्वारा लिखी गई किस्सागोई।
मेरा पन्ना
बच्चों की रचनात्मकता को सलाम करते पन्ने...
बीच समुन्दर: एक खोज
प्रो. अदिति पन्त एक समुद्र विज्ञानी हैं। एक महिला के लिए वैज्ञानिक शोध को एक कैरियर के रूप में अपनाना आसान नहीं। इस आलेख से हम जानेंगे कि कैसे अदिति पन्त ने मुश्किलों का सामना कर अपना कैरियर बनाया।
बाबूलाल होटल में लम्बे डग वाले लड़के का रुकना- विनोद कुमार शुक्ल Illustration by Habib Ali
लम्बे डग वाले लड़के के ठहरने लायक जगह बोलू और उसके दोस्तों के घर में नहीं थी। सबको बाबूलाल होटल का खयाल आया। वे होटल के अन्दर जा ही रहे थे कि देखू ने दरवाज़े से कुछ दूर पहले सबको रोक लिया। देखू ने क्यों रोका सबको? क्या बाबूलाल के होटल में लम्बे डग वाले लड़के के लायक जगह मिलेगी?
मुझे लगता है कि मैं उड़ सकती हूँ- रितु गोयल
तुम कभी दौड़ नहीं सकती है। तुम्हारा पांव कट गया है – यह कथन एक चैलेंज कैसे बना। यह कहानी भारत की पहली महिला ब्लेडरनर, किरण कनौजिया के बारे में है।
माथापच्ची
सवालों की दुनिया से पांच मज़ेदार सवाल । साथ ही साथ नया खेल “सुडोकू”।
चित्र पहेली
वही चित्रों के सहारे शब्दों को बुझने की पहेली ।
कविता: लोहा- एकांत श्रीवास्तव
जंग लगा लोहा पाँव में चुभता है
तो मैं टिटनेस का इंजेक्शन लगवाता हूँ
लोहे से बचने के लिए नहीं
उसके जंग के संक्रमण से बचने के लिए
मैं तो बचाकर रखना चाहता हूँ
उस लोहे को जो मेरे खून में है
जीने के लिए इस संसार में
रोज़ लोहा लेना पड़ता है
एक लोहा रोटी के लिए लेना पड़ता है
दूसरा इज्ज़त के साथ
उसे खाने के लिए
एक लोहा पुरखों के बीज को
बचाने के लिए लेना पड़ता है
दूसरा उसे उगाने के लिए
मिटटी में, हवा में, पानी में
पालक में और खून में जो लोहा है
यही सारा लोहा काम आता है एक दिन
फूल जैसी धरती को बचाने में