Read Entire Magazine December 2015

Cover - Illustration by Chandra Mohan Kulkarni
कवर - पाब्लो नेरुदा की एक कविता और चित्रकार चंद्रमोहन कुलकर्णी की जुगलबन्दी इस बार के कवर (फ्रेंट तथा बैक कवर) पर नमाया है।

Aakash ki taraf - A poem by Vinod Kumar Shukl
आकाश की तरफ - कवि विनोद कुमार शुक्ल की एक कविता।

 Aakaar - An article by Mohan Shingne
आकार - नाम की रचना कवर 2 से शुरू होकर पेज 8-9 पर खत्म होती हैं। आकार एक समकालीन चित्रकार की नवीनतम चित्र श्रृंखला पर आधारित है। चित्रकार कैसें सोचतें हैं। तथा जो सोचते हैं उसे कैसे आकार देते हैं। चित्रकार ने अपने बचपन में देखा है कि कैसे कप या प्लेट या अन्य कई चीजें कहीं से टूट जाएँ या दरक जाएँ या झर जाएँ तो उन्हें हम अदेर किनारे कर देते हैं। चित्रकार ने देखा कि इन किनारे कर दिए आकारों को फिर नीची समझी जाने वाली जातियों के लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। चित्रकार कहता है कि हमने अपनी छुआछत तथा भेदभाव को कैसे आकारों पर लाद दिया। चित्रकार यह भी सवाल उठाता है कि क्या इसलिए शारीरिक या मानसिक रूप से चुनौतियाँ झेल रहे लोगों के प्रति हमारा व्यवहार कुछ ऐसा ही नहीं है? उसने इस श्रृंखला का कच्चा माल दरकिनार कर दिए इन्हीं आकारों को बनाया है। दस बेहद कल्पनाशील शिल्पों के साथ यह लेख एक गहरा अनुभव देने वाला है।

Pyare Bhai Ramsahay - Story by Swayam Prakash, Illustration by Prashant Soni
प्यारे भाई रामसहाय- स्वयं प्रकाश हिन्दी के इस मायने में एक विलक्षण कथाकार हैं कि वे एक ही रचना को बच्चों और बड़ों के लिए एक साथ सार्थक बनाते हैं। साध पाते हैं। उनकी कथाकारी कमाल है। इसलिए विभिन्न किरदारों का उनका एक कॉलम रामसहाय फिर से शरु किया है। इस कॉलम में इस बार चार दोस्तों की कहानी जो बचपन में किस-किस किस्म की बेवकूफियाँ किया करते थे। जैसे संगीत में मरकियाँ होती हैं वैसे ही भाषा में रचनाकार कई बारीकियाँ पैदा करता है। वें सिर्फ कथा को आगे नहीं बढ़ाती हैं बल्कि वे कथाई आनंद के साथ-साथ इस रचनाशीलता का आनंद अलग से पाठक को देती हैं। स्वयंप्रकाश की इस कथा में कुछेक ऐसी जगहें आपको मिलेंगी। चित्रकार प्रशांत ने बीते ज़माने की एक झलक दिखाने की कोशिश की हैं।

Ped - A poem by Dhruv Shukl, Illustration by Subhangi Goswami, 6th std Suncity School
पेड़ - एक कविता है जिसकी टेक हैं -
एक गिलहरी आती है। एक गिलहरी जाती है।
पते से अटकी बूँद कोई
एक तोते पर झर जाती है।
फिर तोते के पंखों से एक
पती भी हिल जाती है।
फिर आती है वही टेक
एक गिलहरी आती है। एक गिलहरी जाती है।
ज़रा दो बातों पर गौर कीजिए। एक तो क्या इन छोटी-छोटी सी गतिविधियों की तरफ हमारी नज़र जाती है। बारिश होती है। तब सिर्फ बारिश नहीं होती। उसके तले ऐसी कितनी छोटी-छोटी बारिशें होती रहती हैं। दूसरी बात कि गिलहरी कौन-सी है? बँद या सचमुच की गिलहरी जो वहीं कहीं है। और शायद उसकी गतिविधियों से भी कोई पती हिल रही होगी और बारिश हो रही होगी। शुभांगी गोस्वामी छठी कक्षा में पढती हैं। उनका एक मनमोहक चित्र इस कविता के साथ छपा है। पूरा पेड़ हरे रंग से खाली हैं। उस पर जाने कितने तोते आकर बैठ गए हैं। एक दम हरे-कच्च। जैसे खाली पेड़ को देख तोते उसे हरा रंग देने आए हैं।

Mitti - An article by Arun Kamal, Illustration by Shobha Ghare
मिट्टी - कवि अरुण कमल ने इस बार मिटटी पर एक छोटा-सा टुकड़ा लिखा हैं। चित्रकार शोभा घारे ने एक बहत ही सघन चित्र बनाया है। जैसे मिट्टी को कुरेदने से कई-कई चीजें मिलती चली जाती हैं वैसे ही इस चित्र में है। मिट्टी के बारे में सोचता हैं तो लगता है कि वह पैरों के तले का आसमान है।

Christmas ka tohfa - A story by Md.Idris Sidiqque, Illustrations by Atanu Roy
क्रिसमस का तोहफा - मो. इदरीस सिद्दकी ने कोलम्बिया की एक लड़की अमपारा की कहानी लिखी हैं। क्रिसमस आया है। लोग खुश हैं। सबने तैयारियाँ की हैं। क्रिसमस को सब जी लेना चाहते हैं। देख लेना चाहते हैं पर एक अमपारा है। वह क्रिसमस पर क्या चाहती है? अतनु राय के कल्पनाशील तथा बारीकी से बने गए चित्रों के साथ।

Kolkatta ka vishal bargad - An article on Banayan trees in Kolkatta by Bharat Poorey
कोलकाता का विशाल बरगद - बरगद कहते ही एक विशाल पेड़ का अक्स आता है। पर यह तो उससे भी दो मील आगे निकले। 15,665 वर्ग मीटर पर फैले हैं। परा बही-खाता तो लेख में ही पढ़िएगा। इसके कुछेक फोटोग्राफ्स भी कम दिलचस्प नहीं हैं।

Sophie ki Duniya - A book excerpt from Sophie’s World by Jostein Goarder
सोफी की दुनिया एक नॉर्वेजी किशोरी की कहानी है जिसे रोज़ कोई एक चिटठी भेजता है। रोज़ एक सवाल पूछता है। इस एक सवाल से सोफी के मन में कई-कई सवाल उठते हैं। अब वह रॉज़ इस चिटटी का इंतज़ार करती है। सम्भवतया इस विषय पर यह दुनिया की दो-चार सबसे विलक्षण किताबों में से एक होगी।

Mathapachi - Brain Teaser’s
माथापच्ची- वही दिमागी कसरत। कुछेक सवाल। जुझने के लिए।

Boli Rangoli - A column on children’s Illustration on Gulzar’s Couplet
बोली रंगोली - क्रिसमस के बेहतरीन कुछेक चित्रों की लड़ी।

Dhuein pe Pani - A short story by Madhu Kankariya, Illustration by Prashant Soni
धुएँ पे पानी - मधु कांकरिया की एक लघुकथा। कलकत्ते के दो जनाबों की कहानी।

Rote ho Isliye hi Likhte ho - A short peice by Laltu, Illustration Shashi Shettey
रोते ही इसलिए लिखते हो - लाल्टू का एक और दिलचस्प टुकड़ा।
- इस मकड़े की मम्मी नहीं है। मैंने उससे पूछा तुम्हें कैसे मालूम? इसकी मम्मी होती तो इसे उसे अकेले यहाँ आने देतीं? शशि शट्ये का एक उम्दा चित्र।

Chup Raho - A poem by Pablo Neruda
चुप रहो - पाब्लो नेरूदा की एक कविता, हिन्दी अनुवाद अरविन्द गुप्ता।

Dost (Part -9) - A picture story by Shashi Kiran
दोस्त (भाग-9) - एक चित्रकथा जो एक बच्चे की है जिसे कुत्तों से बहुत प्रेम हैं। उसका खाना. आोढना-बिछाना, स्कूल, खेल सब कुत्तों की याद से डबा हैं। बहुत ही सरल रेखांकनों से सजी कहानी।

Mera Panna - Children’s Creativity Column
मेरा पन्ना - बच्चों की कुछ अनगढ़ (?) रचनाओं का एक गुच्छा।

Gupta ji Vyagyanik bana rahe hain .. A satire by Gyan Chaturvedi, Illustration by Atanu Roy
गुप्ता जी वैज्ञानिक बना रहे हैं और न्यूटन रो रहा है - व्यंग्यकार ज्ञान चतर्वेदी की यह रचना लोटपोट कर देने वाली है। एक विज्ञान के शिक्षक के बहाने लेखक ने कई हास्य स्थितियाँ निर्मित की हैं। अतुन जी के कैरीकेचर इन परिस्थितियों में यकीन पैदा करने में मदद करती हैं। हज़ारों किरदारों की भीड़ में एक किरदार हमारे सामने लाती हैं।

Sanpo ki Subahein - A memoir by Santosh Krishmurti
साँपों की सुबहें- संतोष कृष्णमूर्ति देखने गए थे पक्षी। पर उस सुबह उन्हें एक याद रह जाने वाली एक घटना का साक्षी बनना था। और वो बने। कमल के पत्तों पर जो हुआ वे उसे बस कैमरें में दर्ज़ करते गए। शायद यह न होता तो वो खुद अपने को यकीन न दिला पाते कि इस तरह की कोई घटना उनके साथ पेश आई। कमाल के पाँच फोटोग्राफ्स के साथ उनका यह अनुभव।

Funny Pathshala - A cartoon Making Column by Irfaan
फनी पाठशाला- इरफान जी के इस कॉलम में हर बार बच्चों के बनाए कुछ मज़ेदार कार्टून देखने को मिलते हैं। इस बार इरफान के एक कार्टून के साथ सात अन्य कार्टून्स की दावत।

Haji-Naji - Short fun stories by Swayam Prakash, Illustration by Atanu Roy
एक था हाजी और एक था नाजी - वही जाने पहचाने किरदार। हाजी- नाजी और उनके चुटकीले किस्से।

Chitrpaheli
चित्रपहेली- चित्रों के सुरागों से शब्दों तक पहुँचने की पहेली।