रीडिंग व लाइब्रेरी पर तीन महीने का सर्टिफिकेट कोर्स
एकलव्य फाउंडेशन 40 से अधिक वर्षों से शिक्षा और शिक्षा में नवाचार का काम कर रही है। इस दौरान एकलव्य ने लाइब्रेरी और रीडिंग को लेकर सरकारी तंत्र और समुदाय, दोनों में ही पढ़ने का माहौल बनाने का सार्थक काम किया है। अपने इन्हीं अनुभवों के आधार पर हमने लाइब्रेरी को एक सक्रिय जगह बनाने और शिक्षकों व कार्यकर्ताओं को लाइब्रेरी से जोड़ने के लिए लाइब्रेरी से दोस्ती कोर्स को विकसित किया है।
इस कोर्स की अवधि तीन महीने की है। और इस दौरान कोर्स न केवल लाइब्रेरी और इसके संचालन की बारीकियों को प्रतिभागियों के सामने रखेगा बल्कि लाइब्रेरी में बाल साहित्य के इस्तेमाल के ज़रिये भाषा-शिक्षण की गतिविधियाँ, बच्चों और बचपन को जानना-समझना और साथ ही अपने स्कूल या समुदाय की लाइब्रेरी में काम करके देखने के वे तमाम मौके देगा जिसमें बच्चे पूरी आज़ादी के साथ किताबें पढ़ रहे होंगे, अपने विचार व्यक्त कर रहे होंगे जहाँ शिक्षक व बच्चों के बीच कोई दूरी नहीं होगी।
कोर्स के उद्देश्य:
● लाइब्रेरी को एक सक्रिय जगह बनाना
● पढ़ने की आदत विकसित करना
● बच्चे और उनके बचपन को समझना, बच्चों के सीखने की ज़रूरतों को बारीकी-से देखना-समझना
● बाल साहित्य के इस्तेमाल को लेकर नज़रिया विकसित करना
● शिक्षकों, कार्यकर्ताओं को पढ़ने से जोड़ना
● लाइब्रेरी के संचालन के तरीकों को साझा करना
कोर्स की विषय-वस्तु:
कोर्स के दौरान इन मुद्दों पर सघनता से काम होगा,
● लाइब्रेरी और पढ़ना: विभिन्न नज़रियों को जानना-समझना
● बच्चे की प्रचलित छवियॉं और बचपन की अवधारणा को समझना
● बाल साहित्य का इस्तेमाल और इनके ज़रिये भाषा सीखने-सिखाने की गतिविधियॉं
● लाइब्रेरी के संचालन से जुड़ी ज़रूरी बातें
कोर्स किसके लिए: यह कोर्स सरकारी-गैर-सरकारी स्कूल के शिक्षकों, लाइब्रेरी और बच्चों के साथ काम करने वाले कार्यकर्ताओं, लाइब्रेरी के काम में रुचि रखने वाले लोगों के लिए है।
कोर्स की भाषा/माध्यम: हिंदी
कोर्स की अवधि: यह कोर्स 3 माह का है | पूरे कोर्स में दो रिहायशी कार्यशालाएँ शामिल हैं – पहली 5 दिन और दूसरी 3 दिन की - कुल 08 दिन। इसके अलावा अन्तराल अवधि में ऑनलाइन मोड में दो वेबिनार होंगे | पूरे कोर्स में तीन असाइनमेंट लिखने होंगे, जिनके लिए प्रत्येक माह में 5-7 दिन का समय लगाना होगा | 3 माह में लगभग 30-35 दिन का कुल समय कोर्स के अध्ययन के लिए देना होगा | कोर्स का समापन भी वेबिनार के ज़रिये ही किया जाएगा |
स्रोत व्यक्ति:
1. दीपाली शुक्ला- एकलव्य के प्रकाशन कार्यक्रम से एक दशक से अधिक समय तक जुड़ी रहीं। इसके बाद समुदाय में पढ़ने का माहौल बनाने के कामों के तहत रीडिंग प्रोग्राम से जुड़ीं। लाइब्रेरी और रीडिंग के कामों के साथ ही इन विषयों पर शिक्षकों के प्रशिक्षण का भी काम कर रही हैं।
2. जि़या अशरफ - एकलव्य के शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं और लम्बे समय से शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
3. अशोक हनोते - एकलव्य के अलग-अलग लाइब्रेरी कार्यक्रमों से लम्बे समय से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में शाहपुर, ज़िला बैतूल में पुस्तकालय संवर्धन कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।
4. शिवनारायण गौर - एकलव्य के प्रकाशन कार्यक्रम से दो दशकों से जुड़े हुए हैं। समुदाय में पढ़ने के माहौल को बनाने का काम कर रहे हैं।
5. नीतू यादव - गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के कामों में लम्बे समय से जुड़ी हुई हैं और वर्तमान में एकलव्य की शिक्षा साहित्य टीम से सम्बद्ध हैं। लाइब्रेरी को लेकर लगातार अपने अनुभव लिख रही हैं।
6. वीणा भाटिया - एकलव्य के प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम से जुड़ीं और उसके बाद विभिन्न लाइब्रेरी और रीडिंग कार्यक्रमों में शामिल रहीं। तीन दशकों से अधिक का अनुभव।
7. कार्तिक शर्मा - बच्चों के साथ काम करने का लम्बा अनुभव। कविताओं और कहानियों को मज़ेदार रूप में प्रस्तुत करते हैं। लाइब्रेरी और रीडिंग के कामों से जुड़े हुए हैं।
8. कुंवर सिंह - किताबें पढ़ने के शौकीन हैं और किताबों के बारे में खूब चर्चा करते हैं। एकलव्य के प्रकाशन कार्यक्रम में किताबों को पाठकों तक पहुंचाने के काम से जुड़े हैं।
9. गायत्री – बच्चों के साथ लाइब्रेरी गतिविधियां करने का लम्बा अनुभव है।
10. टुलटुल बिस्वास - एकलव्य के प्रकाशन कार्यक्रम के संपादकीय समन्वयक के रूप में दो दशकों से अधिक समय तक बाल साहित्य व शिक्षा साहित्य की संकल्पना, विकास और प्रकाशन। शिक्षक शिक्षा के लिए कोर्स और सामग्रियों के विकास से जुड़ी हैं।
सम्पर्क: इस कोर्स के सम्बन्ध में और अधिक जानने के लिए आप इन नम्बरों पर संपर्क कर सकते हैं।
शुक्रिया,
1. दीपाली 9977277425
2. जि़या अशरफ 9837243339
3. अशोक 9630150419
इस कोर्स को विकसित करने के लिए एच टी पारेख फाउंडेशन ने वित्तीय सहयोग दिया है।
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