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भूलभुलैया
इस छोर से उस छोर तक पहुँचने की जद्दोजहद। करके देखिए… 

पहली कहानी  – माल्टे वाले बौड़ा जी – नेहा भाई
चित्र: वसुन्धरा

जब नेहा कक्षा आठवीं में थीं तब उन्होंने अपनी पहली कहानी लिखी थी। यह कहानी कब, कैसे और कहाँ लिखी गई? पढ़िए नेहा की पहली कहानी की कहानी इस अंक में... 

क्यों-क्यों
क्यों-क्यों में इस बार का सवाल था: “चोट लगने पर कभी गर्म सिकाई करते हैं तो कभी बर्फ लगाते हैं। ऐसा क्यों?” कई बच्चों ने अपने दिलचस्प जवाब हमें भेजें। इनमें से कुछ आपको यहाँ पढ़ने को मिलेंगे।

मेरा जवाब – सुशील जोशी 
सितम्बर अंक के 'क्यों-क्यों' कॉलम में हमने यह सवाल पूछा था ‘चोट लगने पर कभी गर्म सिकाई करते हैं तो कभी बर्फ लगाते हैं। ऐसा क्यों?’ कई बच्चों ने हमें अपने जवाब भेजे थे। इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं, आइए जानते हैं सुशील जोशी के इस रोचक लेख के ज़रिए।

तुम भी जानो
तुम भी जानो में इस बार जानिए:
हमारे इलाके के कुछ डायनासौर
व्हेल ने थूक दिया इस आदमी को

तालाबन्दी में बचपन – छोटी सी फ़रमाइश – नन्दनी
चित्र: कनक शशि

कोरोना के चलते बच्चों का जीवन अभी भी एक तरह से तालाबन्दी में ही है। ‘तालाबन्दी में बचपन’ कॉलम के ज़रिए बच्चे तालाबन्दी के इस दौर के अपने अनुभवों को साझा करते हैं।
इस बार बारहवीं कक्षा में पढ़ रही नन्दनी ने लॉकडाउन के दौरान अपनी बीमार माँ के साथ के अपने खट्टे-मीठे अनुभवों को बहुत ही खूबसूरती से बयां किया है।

एक कलाकृति – चालीस अलग-अलग फलों वाला एक पेड़ – भाविनी पन्त
एक ही पेड़ पर चालीस अलग-अलग किस्मों के फलों का होना किसी करिश्मे से कम तो नहीं। आइए जानते हैं कि सैम ने यह करिश्मा कैसे कर दिखाया...

उतनी बारिश – वीरेन्द्र दुबे
चित्र: प्रोइती रॉय

‘उतनी बारिश अभी ना आती
जितनी नानी कभी बतातीं’
दादी-नानी के ज़माने की बारिश पर वीरेन्द्र दुबे की एक छोटी-सी कविता 

नन्हा राजकुमार : भाग - 4
कहानी एवं चित्र:
  एन्त्वॉन द सैंतेक्ज़ूपेरी
अनुवाद: लाल बहादुर वर्मा

यह नन्हा राजुकमार की चौथी किश्त है। नन्हा राजकुमार एक शानदार फ्रेंच लघु उपन्यास ल प्ती प्रैंस  का हिन्दी अनुवाद है। 
पिछले अंक में आपने लेखक और नन्हे राजकुमार के बीच हुए सवाल-जवाब को पढ़ा। इस अंक में आप नन्हे राजकुमार की उसके पसन्दीदा फूल से थोड़ी नोंक-झोंक भरी बातचीत पढ़ेंगे...

पृथ्वी पर कुल कितने टी. रेक्स थे?
क्या आपने कभी सोचा है कि पृथ्वी पर कुल कितने टी. रेक्स हुए होंगे? क्या ऐसा अनुमान लगाया जा सकता है? जानने के लिए पढ़िए यह दिलचस्प लेख...

गणित है मज़ेदार – सओरा संख्याएँ – आलोका कान्हेरे

इन पन्नों में हम कोशिश करेंगे कि ऐसी चीज़ें दें जिनको हल करने में आपको मज़ा आए। ये पन्ने खास उन लोगों के लिए हैं जिन्हें गणित से डर लगता है।
सओरा भाषा में संख्याओं के नामों के लिए उपयोग किए जाने वाले दिलचस्प तरीकों को जानने के लिए पढ़िए यह लेख...।

सफेद गुब्बारे – कमल
चित्र: शुभम लखेरा

लॉकडाउन के दौर में दो दोस्तों और उनकी दिन भर की कवायदों की कहानी।

मेरा पन्ना  

कविता – सोचा ना था
वाकया – कोरोना काल में हिम्मत, आग, मेरा कुत्ता
यात्रा वृत्तान्त – मेरी भीमताल यात्रा

और बच्चों के बनाए कुछ दिलकश चित्र।

माथापच्ची
कुछ मज़ेदार सवालों और पहेलियों से भरे दिमागी कसरत के पन्ने।

चित्रपहेली
चित्रों में दिए इशारों को समझकर पहेली को बूझना।

इको-फ्रेंडली दीवाली मनाना – रोहन चक्रवर्ती 
अनुवाद:
  सजिता नायर

जुगनू, केकड़े, लंगूर और कई अन्य जंगली जानवरों से जानें ईको-फ्रेंडली दीवाली मनाने के तरीके।