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Srote - July 2024
- महामारी समझौता: कोविड-19 से सबक
- नाइट्रोजन को उपयोगी रूप में बदलने वाली शैवाल
- भारत में कोविड-19 टीकाकरण: विज्ञान बनाम राजनीति
- क्या यादों को मिटने से टाला जा सकता है
- अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत के लिए ‘मौत का कुआं’
- जड़ी-बूटियों का उपयोग करता ओरांगुटान
- हिमालय के मैगपाई
- मल के ज़रिए बीज फैलाने वाला सबसे छोटा जीव
- क्या गिलहरियों को भी कुष्ठ रोग होता था?
- डायनासौर की चोंच ने एक पारिस्थितिक नियम तोड़ा
- जेनेटिक रूप से संवर्धित मच्छरों से नए खतरे
- शुक्र ग्रह से पानी शायद तेज़ी से गायब हुआ होगा
- जीवन अलग रंग भी दर्शा सकता है
- नील नदी कभी पिरामिडों के पास से गुज़रती थी
- जलवायु मॉडल्स के अपने कार्बन पदचिन्ह
- कोयले की कमी और आयात पर चर्चा ज़रूरी
- कितना सेहतमंद है बोतलबंद पानी
- कौवे मनुष्यों के समान गिनती करते हैं
- आम फलों का राजा क्यों है?
Srote - July 2024
1. महामारी समझौता: कोविड-19 से सबक सोमेश केलकर, ऋचा पांडे
2. नाइट्रोजन को उपयोगी रूप में बदलने वाली शैवाल किशोर पंवार
3. भारत में कोविड-19 टीकाकरण: विज्ञान बनाम राजनीति डॉ. फड़के
4. क्या यादों को मिटने से टाला जा सकता है
5. अंतरिक्ष यात्रियों की सेहत के लिए ‘मौत का कुआं’
6. जड़ी-बूटियों का उपयोग करता ओरांगुटान
7. हिमालय के मैगपाई डॉ. बालसुब्रमण्यन, चंदानी
8. मल के ज़रिए बीज फैलाने वाला सबसे छोटा जीव
9. क्या गिलहरियों को भी कुष्ठ रोग होता था?
10. डायनासौर की चोंच ने एक पारिस्थितिक नियम तोड़ा
11. जेनेटिक रूप से संवर्धित मच्छरों से नए खतरे भारत डोगरा
12. शुक्र ग्रह से पानी शायद तेज़ी से गायब हुआ होगा
13. जीवन अलग रंग भी दर्शा सकता है
14. नील नदी कभी पिरामिडों के पास से गुज़रती थी
15. जलवायु मॉडल्स के अपने कार्बन पदचिन्ह
16. कोयले की कमी और आयात पर चर्चा ज़रूरी प्रयास (ऊर्जा समूह)
17. कितना सेहतमंद है बोतलबंद पानी सुदर्शन सोलंकी
18. कौवे मनुष्यों के समान गिनती करते हैं
19. आम फलों का राजा क्यों है? डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन