-
Srote - July 2017
- भारत में पहली जीएम खाद्य फसल सुरक्षित घोषित
- आत्म रक्षा करने वाला धान
- बारुदी सुरंग का सुराग देंगे कछुआ रोबोट
- मानव सदृश जीव का लगभग पूरा कंकाल मिला
- 3.5 अरब वर्ष पुराना जीवाश्म और जीवन की उत्पत्ति
- मनुष्य कितना तापमान झेल सकते हैं
- कितने रूप हैं मरीचिकाओं के?
- त्वचा कोशिका से रक्त कोशिका बनाई गई
- हमारी नाक उतनी भी बुरी नहीं है
- लगातार नींद न मिले तो दिमाग खाली हो जाता है
- विशाल पक्षीनुमा डायनासौर के अंडे मिले
- पिरामिडों का रहस्य खोजने की नई तकनीक
- संगीत मस्तिष्क को तंदुरुस्त रखता है
- संगीत अगर प्यार का पोषक है, तो बजाते जाओ
- रक्त शिराओं के रास्ते इलाज
- खून का लेन-देन और मैचिंग
- कोमा - दिमागी हलचलों से अब इलाज संभव
- सौ वर्ष पुरानी कैंसर की गठानें खोलेंगी कई राज़
- ओरांगुटान 9 साल तक स्तनपान कराती हैं
- भांग से बूढ़े चूहों की संज्ञान क्षमता बढ़ती है
- बासमती चावल की पहचान की नई तकनीक
- हाइड्रोजन का भंडारण होगा अब आसान
- जेनेटिक इंजीनियरिंग कल्पना से ज़्यादा विचित्र है
- अंतरिक्ष में भी धूल उड़ती है!
- देश के विकास में नवाचारों का योगदान
- पारदर्शी मेंढक का दिल बाहर से ही दिखता है
Srote - December 2018
- वैज्ञानिक गोपनीय जानकारी बेचने के आरोप से मुक्त
- जेंडर समानता के लिए वैज्ञानिकों की पहल
- क्षुद्रग्रह पर पहली बार चलता-फिरता रोवर
- जल्दी ही भारत अंतरिक्ष में मानव भेजेगा
- रहस्यमयी मस्तिष्क कोशिका खोजी गई
- कपास का पालतूकरण और गुलामी प्रथा - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन
- क्या डायनासौर जीभ लपलपा सकते थे? - डॉ. विपुल कीर्ति शर्मा
- अंडों का आकार कैसे तय होता है?
- एक चींटी की विचित्र जीवन शैली
- आपदाओं की क्षति कम करने की नीतियां - भारत डोगरा
- खेल-खेल में जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई
- आंत और दिमाग की हॉटलाइन
- मकड़ियों के रेशम से बने वैक्सीन - डॉ. विपुल कीर्ति शर्मा
- आंखों के आंसू पीता पतंगा
- शाकाहारी, अति-शाकाहारी और परखनली मांसभक्षी - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन
- आनुवंशिक इंजीनियरिंग द्वारा खरपतवार का इलाज - डॉ. अरविंद गुप्ते
- ‘फेयर एंड लवली’ बनाम ‘डार्क एंड हैंडसम’ - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन
- शांतिस्वरूप भटनागर पुरस्कार के छह दशक - चक्रेश जैन
- चोर के घर चोरी की मिसाल - डॉ. किशोर पंवार
- दुनिया का सबसे ऊष्मा प्रतिरोधी पदार्थ - डॉ. दीपक कोहली
- जीव विज्ञान में अमूर्त का महत्व - डॉ. आश्विन साई नारायण शेषशायी
- औद्योगिक कृषि से वन विनाश
- पेड़-पौधे भी संवाद करते हैं
- पेड़ - पवित्र, आध्यात्मिक और धर्म निरपेक्ष - डॉ. डी. बालसुब्रमण्यन
- दाढ़ी-मूंछ रखने के फायदे और नुकसान - डॉ. ओ.पी.जोशी
- अमेरिका में अगले चुनाव मत पत्रों से करवाने का सुझाव
- इस वर्ष के इगनोबल पुरस्कार
- मां के बिना ज़्यादा सहयोगी गुबरैले शिशु