eklavyabooks की गपशप ...

अक्तूबर - नवम्बर 2018

पढ़ो लिखो मज़ा करो... रीडिंग इनिश‍िएटिव

एकलव्य को अपने प्रकाशन कार्यक्रम और फील्ड कार्यक्रमों के दौरान इस बात का एहसास होते रहा है कि हिन्दी भाषी क्षेत्रों में पढ़ने की संस्कृति विकसित किए जाने के लिए काम किया जाना चाहिए। इस दिशा में पढ़ने-लिखने को प्रोत्साहित करने के कायर्क्रमों को और विस्तार देने के लिहाज से एकलव्य ने प्रकाशन कार्यक्रम के तहत रीडिंग इनिश‍िटिव की शुरूआत की है। जून 2018 से यह काम भोपाल और रायसेन जिले की आठ जगहों पर किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय में पढ़ने की संस्कृति का विकास करना है। कार्यक्रम का प्रमुख फोकस प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे हैं। यंग एडल्ट व युवा पाठकों को भी यह कार्यक्रम रीडिंग से जुड़ने का मौका देता है। इस कार्यक्रम में युवा मांओं को भी पढ़ने से जोड़ने की कोश‍िश है। रीडिंग रूम की कुछ झलकियाँ आप इस लिंक पर देख सकते हैं...।

बाल मेला

14 नवम्बर को बाल दिवस के मौके पर एकलव्य के रीडिंग कार्यक्रम के तहत बाल मेलों का आयोजन हुआ। ये बाल मेले 8 जगहों पर एक साथ किए गए। इन मेलों में लगभग 400 बच्चों ने भागीदारी की। बाल मेलों में एक खास आकर्षण था कठपुतली शो के ज़रिए कुछ किताबों को प्रस्तुत किया जाना। पढ़ने की गतिविध‍ि को रोचक बनाने का एक तरीका यह है कि किताबों को तरह-तरह की गतिविधियों से प्रस्तुत किया जाए। रीडिंग रूम ने इस कोश‍िश को साकार करने के लिए कुछ किताबों की प्रस्तुति नाटकों, स्टोरीटेलिंग व किताबों पर आधारित कई अन्य गतिविधि‍यों के माध्यम से की। कठपुतली के सहारे किताब को प्रस्तुत करना एक कारगर तरीका था। बाल मेलों में सांप ने सोचा, तुमने मेरा अण्डा तो नहीं देखा, जूँ और टू, अपना मित्र पहचानो इत्यादि किताबों पर कठपुतली शो किए गए। देखें झलक इन बाल मेलों की...

New arrivals at Pitara

We have two new books at Pitara, Soo much work!! and “Oops!!, developed by Madhuri Purandare and published by Jyotsna Prakashan, Pune. Madhuri Purandare is a well-known name in the field of illustration and Children’s literature. Revolving around a little Shararati boy, Aarav and his best buddy Neelu, These two new additions are developed especially for early readers as Board books. Board books are useful for little kids/early readers first of all, to become familiar with books through images and texts and secondly they can create their own stories with pictures and also play with the Board books

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